Thursday, September 24, 2009

दशहरा के रंग में सराबोर हुआ श्रीनगर ...श्रीनन्द कप क्रिकेट में आज का दिन श्रीनगर और खोखा के नाम

श्रीनगर 24/09/2009

(श्रीनगर संवाददाता)
प्राप्त समाचार के अनुसार श्रीनगर ड्योढी में लोगों का जमघट लगना शुरू हो गया है !हम सब लोग जानते हैं की इस बार पूजा-प्रबंधन की जिम्मेदारी राजा काकाजी एवं काकी (श्री शक्त्यानंद सिंह तथा श्रीमती शक्तिरमा)की है . दशहरा हम सब के लिए एक ऐसा समय होता है, जिसमें अगर हमारे पास छुट्टी हो ;तो हम श्रीनगर जाने को ही प्राथमिकता देते हैं !
यूँ तो पूजा की तैय्यारियां 2-3 माह पहले से ही शुरू हो जाती है ,लेकिन आज का दिन (छठा दिन) का अलग ही महत्व है आज से नौकरी- पेशा वर्ग के लोग भी आने शुरू हो गए हैं .आज आने वालों में गिरधर,अनीमनी-गंगेशजी ,शिवालकर प्रमुख हैं। गिरधर के बारे में बता दें की सीमांचल का सत्तर प्रतिशत इलाका घूमने के बाद हजरत आज श्रीनगर पहुंचे हैं .कोशी में आयी भीषण बाढ़ के बाद इस बार गिरधर ने उस इलाके का दौरा किया और अपने गाँव --श्रीपुर जाकर वहाँ अपने खेत-खलिहानों का जायजा लिया।पटना से श्रीपुर जाने का मतलबहै...खगडिया,सहरसा होते हुए सुपौल जाना.और वहाँ से श्रीनगर आने के लिए,फारबिसगंज के रास्ते अररिया जिला मुख्यालय होते हुए पूर्णिया आना;यानी पिछले साल आये भयानक त्रासदी वाले समूचे इलाके का भ्रमण !

इधर नवरत्न अपने वर्तमान मालिकों के आगमन पर प्रफुल्लित है...हो भी क्यों ,बिकास जी का पूरा परिवार,प्रकाश जी का परिवार ,मनोरमा जी,सब लोग नवरत्न में अपना डेरा बसा चुके हैं श्रीनिवास में कल यानी पांचवी पूजा को रानीदाईजी-ओझाजी का आगमन हुआ है 'ओय खंड' से भी अभिषेक-अमितेश,शोभन जी के परिवार के आगमन कीख़बर है .पूजा प्रबंधक के घर में भी बुल्लू दाई,ओझाजी ,विभूति जी का पूरा परिवार चुका है। अजीत (अमृतानंद सिंह ) अब तक नही आये हैं

इधर मूर्ति को अन्तिम रूप देने का कार्य भी हो गया है सबसे महत्वपूर्ण तो यह कि बेलनौती भी शुभ-शुभ संपन्न हो गया, नरत्तन(नवरत्न)के पिछवाडे में स्थित बेल के पेड़ को इस बार चुना गया है . मेला तो अभी नही लगा हैलेकिन मिठाई की दो दुकानें खुल गयी हैं भुट्टो साह की दूकान वहीं पर इस बार भी है ,जहाँ हर साल लगा करती है
.

From our sports desk
:

साथ ही श्रीनन्द कप क्रिकेट टूर्नामेंट भी आज से शुरू हो गया आपको याद दिला दें कि पिछले साल से शुरू किएगए इस टूर्नामेंट को हर साल दशहरे में करवाने का जिम्मा गोपाल जी (रवीन्द्रनाथ ठाकुर) ने संभाल रखा है इसबार इसमें चार टीमों (श्रीनगर,जगैली,फरियानी एवं खोखा) को रखा गया है आज हुए दो मैचों में एक तरफ जहाँ खोखा के हाथों फरियानी को करारी शिकस्त मिली ,वहीं एक रोचक मुकाबले में श्रीनगर ने जगैली को 92 रनों से हरा दिया श्रीनगर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित पूरे 21 ओवर खेलकर, और अन्तिम गेंद पर अपनाअपना अन्तिम विकेट गंवाते हुए जगैली के सामने 150 रनों का लक्क्ष्य रखा श्रीनगर की ओर से संजय का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा ,संजय ने 56 रनों की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी तो की ही ......गेंदबाजी में भी अपना जौहर दिखाया और विरोधियों के तीन विकेट्स झटकने में कामयाब रहा टिक्कू ने भी अच्छी बल्लेबाजी का परिचयदिया और महत्वपूर्ण 14 रनों का योगदान दिया जवाब में जगैली कि पूरी टीम 11 ओवरों में महज 58 रनों पर सिमट गयी, जगैली की ओर से सरवर ने सर्वाधिक विकेट लिए.
इसके अलावे हुए एक और मुकाबले में खोखा ने फरियानी को धूल चटा दिया फरियानी के सभी सूरमा 8 ओवेरोंमें मात्र 32 रन बनाकर ढेर हो गए जवाब में खोखा के बल्लेबाजों ने मात्र 3 ओवेरों में खेल का काम तमाम कर दिया

No comments:

Post a Comment